Tata Motors एक बार फिर से बड़ी अंतरराष्ट्रीय डील के लिए सुर्खियों में है। इस बार चर्चा में है बहुचर्चित Tata Motors Iveco Deal, जिसके तहत कंपनी अब इटली की जानी-मानी कमर्शियल वाहन निर्माता Iveco Group को खरीदने की तैयारी में है — और वो भी करीब 3.8 बिलियन यूरो यानी ₹38,098 करोड़ में! ये डील ना सिर्फ टाटा मोटर्स की अब तक की सबसे बड़ी डील होगी, बल्कि टाटा ग्रुप की दूसरी सबसे बड़ी इंटरनेशनल डील भी मानी जा रही है।
इससे पहले टाटा ग्रुप ने 2007 में ब्रिटेन की स्टील कंपनी Corus को 9.23 बिलियन यूरो में खरीदा था। अब Iveco को खरीदना ग्रुप के ग्लोबल व्हीकल सेगमेंट में एक गेमचेंजर साबित हो सकता है। 2014 के बाद यह टाटा ग्रुप की सबसे चर्चित डील है, जिसे Tata Motors Iveco Deal नाम से जाना जा रहा है।
Tata Motors Iveco Deal का क्या है प्लान?
Tata Motors इस डील के तहत Iveco के ज्यादातर शेयर खरीदेगी। इसके लिए कंपनी प्रति शेयर 14.1 यूरो (डिविडेंड सहित) देने की पेशकश कर रही है। हालांकि, इवेको के डिफेंस बिजनेस को इससे अलग रखा जाएगा, और शेयर वैल्यू को 5.5 से 6 यूरो (डिविडेंड के बिना) के हिसाब से एडजस्ट किया जाएगा। यह वैल्यू मौजूदा प्राइस से 34%–41% ज्यादा मानी जा रही है।
2004 में भी टाटा ने किया था ऐसा बड़ा कदम
करीब 20 साल पहले, टाटा मोटर्स ने दाइवू कमर्शियल व्हीकल्स को खरीदा था। वह कदम भी कंपनी के ग्लोबल ट्रक और बस मार्केट में उतरने का पहला बड़ा प्रयास था। अब Iveco Group को खरीदना उस सफर को और मज़बूत करेगा।
Tata Motors Iveco Deal कैसे होगी पूरी?

यह अधिग्रहण एक वॉलंटरी टेंडर ऑफर के ज़रिए किया जाएगा, जिसमें Iveco के सभी सामान्य शेयर शामिल होंगे, लेकिन डिफेंस बिजनेस इससे बाहर रहेगा। डील को Iveco बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है। इतना ही नहीं, कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक Exor N.V., जिनके पास 27.1% इक्विटी और 43.1% वोटिंग राइट्स हैं, उन्होंने भी अपने शेयर टेंडर करने के लिए हामी भर दी है।
डील के बाद क्या होगा?
इस Tata Motors Iveco Deal के जरिए कंपनी यूरोप के बड़े मार्केट में सीधे प्रवेश कर रही है। इस सौदे के पूरा होते ही Iveco यूरोपियन स्टॉक एक्सचेंज Euronext से डीलिस्ट हो जाएगी और टाटा मोटर्स की फुली ओन्ड सब्सिडियरी बन जाएगी। हालांकि, Iveco का मुख्यालय ट्यूरिन (इटली) में ही बना रहेगा और यूरोप में उसके ब्रांड व प्रोडक्शन ऑपरेशन्स भी जारी रहेंगे।
Tata Motors को Iveco Deal से क्या होगा फायदा?

Iveco ग्रुप, इटली की सबसे बड़ी कमर्शियल वाहन कंपनियों में गिनी जाती है। यह कंपनी बस, ट्रक और भारी वाहन बनाती है। इस डील से Tata Motors को यूरोपियन मार्केट में मज़बूत पकड़, टेक्नोलॉजी और प्रोडक्शन में बड़ी छलांग, और ग्लोबल मार्केट में दमदार पोजिशनिंग मिलेगी। डील के बाद टाटा को जो तकनीकी लाभ मिलेगा, वो Tata Motors Iveco Deal को ऐतिहासिक बना देता है। इस डील से टाटा मोटर्स को मिलेगा:
- यूरोपियन मार्केट में मज़बूत पकड़
- टेक्नोलॉजी और प्रोडक्शन में बड़ी छलांग
- ग्लोबल मार्केट में और दमदार पोजिशनिंग
क्या खास है Iveco कंपनी में?
Iveco का फुल फॉर्म है Industrial Vehicles Corporation। ये कंपनी 1975 में इटली, फ्रांस और जर्मनी की कुछ कंपनियों के विलय से बनी थी। कंपनी का हेडक्वार्टर ट्यूरिन, इटली में है।
Iveco बनाती है:
- लाइट, मिड और हैवी कमर्शियल व्हीकल्स
- इलेक्ट्रिक और हाई-परफॉर्मेंस वाहन
- और इसका नेटवर्क फैला है 160+ देशों में
इसके पास 5,000 से ज्यादा सेल्स और सर्विस सेंटर हैं और कंपनी सालाना 1.5 लाख से ज्यादा कमर्शियल व्हीकल्स बनाती है। मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स यूरोप, चीन, रूस, ऑस्ट्रेलिया और लैटिन अमेरिका में हैं।
निष्कर्ष
Tata Motors की Iveco डील ना सिर्फ एक रणनीतिक अधिग्रहण है, बल्कि ये भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए भी ग्लोबल लीडरशिप की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह Tata Motors Iveco Deal कंपनी की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और मजबूत करेगी और उसे यूरोपियन मार्केट में नई ऊंचाइयों तक ले जा सकती है। अब देखना होगा कि यह डील आगे जाकर टाटा मोटर्स को कहां तक पहुंचाती है।
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